True Ghost Stories In Hindi
ये कहानी है माया की जो आज से करीब 40 साल पीछे वाले समय में हमें जाने को मजबूर करती है, माया बचपन से ही बहुत ही साहसी और निडर लडकी थी
वह अभी 14 बर्ष की ही थी, जो भी उसे देखता वो यही कहता की अभी तो ये कितनी छोटी है, फिर भी इतनी साहसी है, वो अपने माता-पिता की इकलौती संतान होने के कारण बहुत ही लाड, प्यार से पली बढ़ी थी, उसके माता-पिता उसे अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करते थे.
एक दिन वह अपनी सहेलियों के साथ खेल रही थी और खेलते-खेलते बहुत दूर निकल गई, आते वक़्त रस्ते में अँधेरा हो गया उसकी सहेलियों के घर उसके घर से पहले ही थे,
तो उसकी सहेलियां अपने-अपने घर चली गई अब माया रस्ते में एकदम अकेले चली जा रही थी, चारों तरफ सन्नाटा फैला हुआ था, माया दबे पाओं चले जा रही थी, की अचानक उसने किसी के रोने की आवाज सुनी.
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माया रुकी और उसने इधर उधर नजर घुमा के देखा लेकिन उसे वहां कोई दिखाई नहीं दिया, वो फिर से अपने रस्ते पर तेजी से आगे की तरफ बढ़ने लगी माया अपनी मंजिल की और बढे जा रही थी.
की फिर से उसने किसी के रोने की आवाज सुनी इस बार उसे कोई दिखा उसे कोई दिखा जो सफ़ेद कपड़ों में था जो रास्ते से थोड़ा हटकर झाड़ियों के पास बैठा हुआ था और जोर-जोर से रो रहा था.
मानो उसे कितना दर्द हो रहा हो, माया ने सोचा कोई बुढा व्यक्ति है जिसको मेरी मदद की जरूरत है.
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सोचते हुए माया उस व्यक्ति की तरफ बढ़ ही रही थी की उसे दूसरी तरफ से भी रोने की आवाज आने लगी अब माया वहां देखने लगी जहाँ बूढा व्यक्ति उसे बैठा दिखाई दे रहा था, लेकिन ये क्या अब वहां कोई नहीं था.
अब तो माया के रोंगटे खड़े हो गए वो बहुत डर गई और अपने घर की तरफ दौड़ने लगी, तभी उसके कानों में आवाज आई, ”कहाँ भाग रही है तू” मेरी मदद तो करके जा इतना कहकर वो आवाज जोर-जोर से खौफनाक हँसी हसने लगी,
माया का पूरा शरीर पसीने में लथपथ था और माया दौड़े जा रही थी, माया भगवान शिव को मानती थी, वह रोज मंदिर जाती और शिवरात्रि पर्व जब भी आता वो उपवाश रखती लेकिन मांगती कभी कुछ नहीं थी.
माया भागते-भागते शिवजी को यही बात कह रही थी की मैंने आपसे कभी कुछ नहीं मांगा लेकिन आज मुझे आपकी जरूरत है, मुझे घर जाकर मेरे माता-पिता से मिलना है कहते हुए रस्ते में ही बेहोश होकर गिर गई.
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सुबहा उसकी आँख खुली तो वो अपने घर पर अपने माता-पिता के पास थी होश में आने पर ”माया ने बताया ” माँ रात तो मेरे साथ बहुत ही अजीब बात हुई और रात की सारी बात माया ने माँ को बताई और ”पूंछा” मुझे यहाँ कौन लाया माँ ?
तो माँ ने बताया की एक सज्जन जिनकी लम्बी दाढ़ी और लम्बे-लम्बे केश थे, वही तम्हे यहाँ छोड़कर गये जब वो सज्जन तुम्हे घर लाये उस वक़्त तुम बेहोश थीं, उन्होंने बताया की मैंने बच्ची के चीखने की आवाज सुनी थी जब में बच्ची के पास पहुँचा तो देखा ये बेहोश थीं.
फिर वो तुम्हे घर लेकर आये, और कहा आगे से आप ध्यान रखना इतनी देर रात को आगे से ये बाहर ना जाये इतना कहकर वो सज्जन चले गए.
माया सोच रही थी आखिर वो कौन थे? तो दोस्तों क्या आप बता सकते हैं की वो सज्जन कौन थे? अपनी राये हमें कमेंट में जरुर बताएं.
तो ये कहानी थी माया की अगर आपके पास भी कोई True Ghost story है तो हमें जरुर भेजें.
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