New Moral Stories in Hindi {मोबाइल फ़ोन चम्पक बाल कहानी}

New Moral Stories in Hindi

चंदन वन में मोबाइल फोन का इस्तेमाल बढ़ गया था सभी जानवर हमेशा अपने फोन से चिपके रहते।

लूसी बिल्ली अपने स्मार्टफोन पर बातें करते हुए जा रही थी, वह कब बीच सड़क पर आ गई उसे ध्यान ही नहीं रहा पीछे से बैंजो घोड़ा अपनी बस चलाते हुए आ रहा था, बैंजो लगातार हॉर्न बजा रहा था लूसी अपनी धुन में बातें करते हुए चली जा रही थी।

लूसी के पास आकर बैंजो ने जोर का ब्रेक लगाया बस तेजी से रुक गई, ”लूसी” सड़क गाड़ी चलाने के लिए है, फोन पर बातें करने के लिए नहीं, बेंजो उसी के सामने आकर बोला” लूसी गुस्से से बोली, “मुझे सीख देने की जरूरत नहीं मैं सड़क पर फोन करूं या घर में तुम्हें क्या?

”लूसी मैं तुम्हारी भलाई के लिए समझा रहा था सड़क पर फोन करने से दुर्घटना हो सकती है, बेनजो बस में चढ़ते हुए बोला।

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बैंजो जब भी किसी को मोबाइल का दुरुपयोग करते देखता वह जरूर टोकता, एक दिन मोंटी कुत्ता कानों में ईयर फोन लगाकर फ़ोन पर गाना सुनते हुए जा रहा था, कभी वह डांस करता कभी आंखें बंद कर गाने लगता तभी एक गड्ढे में मोंटी का पैर पड़ गया, वह लड़खड़ाकर गिर पड़ा।

बेंजो वहां से गुजर रहा था मोंटी को देखकर वह बस रोककर मदद के लिए आया, बेंजो ने मोंटी को उठाते हुए कहा, शायद तुम्हारे पैरों में मोच आ गई है बस में बैठो मै तुम्हें घर छोड़ देता हूं, मोंटी ईयरफ़ोन लगाकर गाना सुनते हुए नहीं चलना चाहिए इसी वजह से तुम गड्ढे में गिरे गाना सुनने का इतना शौक है तो घर में बैठकर सुनो।

बैंजो फोन पर गाना सुने बिना मैं एक पल भी नहीं रह सकता घर हो या बाहर में हर जगह गाने सुनता रहता हूं, हजारों गाने मेरे मोबाइल में सेव है  ”मोंटी ने कहा”

मैं तुम्हें समझा रहा था आगे तुम्हारी मर्जी ”बैंजो बोला” मोंटी का घर आ गया था बस से उतरकर वह लंगड़ाता हुआ घर चला गया, एक दिन बेंजो अपने बगीचे में बैठकर अखबार पढ़ रहा था केपी अपनी मोटरसाइकिल लेकर गुजरा।

केपी एक हाथ से मोटरसाइकिल चला रहा था दूसरे हाथ से फ़ोन पकड़कर बातें कर रहा था, बेंजो ने उसे टोका केपी मोटरसाइकिल चलाते समय फोन क्यों कर रहे हो दुर्घटना हो सकती है।

चिंता मत करो मुझे मोटरसाइकिल चलाते समय फ़ोन करने की आदत है और केपी फोन पर बातें करते हुए दूर निकल गया, इसको समझाना बेकार है बेंजो ना घर में जाते हुए कहा।

शनिवार का दिन था मोंटी, केपी, लूसी और बेंजो शाम को पार्क में बैठे थे, बेनजो ने कहा हमें पिकनिक गए काफी दिन हो गए कल रविवार है क्यों ना हम पिकनिक पर चलें।

हम लाल पहाड़ी जा सकते हैं पहाड़ की चोटी से पूरा चंदनवन नजर आता है, वहां खूबसूरत झरने भी हैं, और घूमने फिरने की जगह भी है, ”लूसी ने मचलते हुए कहा”

पर लाल पहाड़ी तो काफी दूर है वहां जाने के लिए कोई वाहन चाहिए केपी ने कहा, मोंटी ने बस स्टैंड में फोन किया तो पता चला बस की बुकिंग बंद हो चुकी थी।

सारी बसें बुक हो गई हैं हमें अगले रविवार तक इंतजार करना पड़ेगा मोंटी ने उदास होकर कहा, चिंता मत करो मैं तुम्हें अपनी बस से लाल पहाड़ी ले चलूंगा सुबह 7:00 बजे बस स्टॉप पर आ जाना ”बैंजो ने मुस्कुरा कर कहा.

शुक्रिया बैंजो मैं अपने दोस्तों को भी साथ ले लूंगा, सब साथ जायेंगे तो मजा आएगा, सब के लिए लजीज खाना में लाऊंगी लूसी ने उछलते हुए कहा।

अगले दिन सभी बस स्टॉप पर जमा हो गए, केपी के सिर पर टोपी आंखों पर धूप का चश्मा था वह ईयर फोन लगाकर गाना सुन रहा था।

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मोंटी और लूसी भी फोन पर बातें कर रहे थे थोड़ी देर में बस आ गई सभी उस पर सवार हो गए, बैंजो ने सफर शुरू करने से पहले कहा दोस्तों मैंने कल रात एक नया फोन खरीदा है अब मैं भी इस से बातें करूंगा गेम खेलूंगा फ़िल्में देखूंगा, बैंजो की बातें सुनकर सभी मुस्कुराने लगे।

7:00 बजे बेंजो की बस रवाना हुई आधे घंटे बाद लाल पहाड़ी की चढ़ाई शुरू हो गई रास्ता घुमावदार और शंकरा था, एक तरफ पहाड़ तो दूसरी तरफ खाई थी।

मोंटी ने खिड़की से झांकते हुए कहा बाहर का नजारा कितना खूबसूरत है, लूसी मोबाइल से फोटो खींचने लगी केपी पुरे सफर की रिकॉर्डिंग कर रहां था, अचानक बस में हलचल होने लगी बस कभी इधर घूम रही थी कभी उधर।

बैंजो बस हिचकोले क्यूँ खा रही है, क्या सड़क खराब है मोंटी ने पूँछा, घबराओ नहीं मैं फोन पर बात कर रहा था इसलिए मेरा संतुलन बिगड़ गया बेंजो ने कहा, ”लूसी  गुस्से से बोली” फ़ोन पर बातें बाद में करना पहले अच्छी तरह बस चलाओ कहीं दुर्घटना ना घट जाए।

मैंने पहले कभी मोबाइल पर बातें करते हुए, बस नहीं चलाई है इसलिए गड़बड़ी हो रही है बेंजो ने माफ़ी मांगते हुए कहा, थोड़ी देर बस ठीक चली फिर झटके लगने शुरू हो गए, क्या कर रहे हो बैंजो बस चलाते समय कोई फोन करता है क्या? लूसी ने डांटते हुए कहा”

बेंजो ने कोई जवाब नहीं दिया वह एक हाथ से बस चला रहा था दूसरे हाथ से मोबाइल पर बातें कर रहा था, हद हो गई अब फोन पर बातें करना बंद करो कहीं बस खाई में ना गिर जाए ”केपी उसके पास आकर चीखा, बैंजो सबकी बातें अनसुनी कर फोन पर बातें किए जा रहा था।

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बस कुछ ही आगे बढ़ी थी कि बैंजो के मुंह से चीख निकल गई, ”क्या हुआ बैंजो मोंटी ने घबराकर पूछा, मोबाइल पर बातें करते हुए मैं बस को गलत रास्ते पर ले आया आगे ढलान और गहरी खाई है बस खाई में गिरने वाली है बेंजो ने कांपते हुए कहा।

बेंजो मैंने तुमसे पहले ही बस चलाते समय मोबाइल पर बात नहीं करने को कहा था मोंटी चीखा।
”तुम्हारी लापरवाही के कारण हम सब मुसीबत में फंस गए केपी ने कहा” बस में सवार सभी बैंजो को दोष देने लगे,

बैंजो बोला गलती मेरी नहीं है तुम भी तो बीच सड़क पर मोबाइल पर बातें करते हो, मोटरसाइकिल चलाते हुए फ़ोन पे बात करते हो, ईयरफोन लगाकर गाना सुनते हो जब तुम ऐसा कर सकते हो तो मैं क्यों नहीं।

हमने जो गलती की है जरूरी नहीं कि तुम भी करो लूसी बोली केपी ने कहा बेंजो यह समय झगड़ने का नहीं है, बचने का कोई रास्ता ढूंढो, मैं पूरी कोशिश कर रहा हूं ढलान की वजह से ब्रेक भी नहीं लग रहा है,  ”बेंजो बोला”

अब क्या होगा डर से लूसी आंखें बंद कर बड़बड़ाई, मोंटी और केपी ने भी आंखें बंद कर ली थोड़ा आगे जाकर बस रुक गई लूसी केपी और मोंटी ने जब ऑंखें खोलीं तो बस सड़क किनारे खड़ी थी।

”बेंजो ने सबको शांत करते हुए कहा” घबराओ नहीं बस गलत रास्ते पर नहीं बल्कि सही रास्ते पर ही है, ”तो क्या अब बस खाई में नहीं गिरेगी लूसी ने पूँछा”

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नहीं बस अब खाई में नहीं गिरेगी बैंजो ने मुस्कुरा कर कहा, तुम तो कह रहे थे बस गलत रास्ते पर आ गई है केपी ने पूछा, माफ करना दोस्तों मैंने झूठ बोला दरअसल में समझाना चाहता था कि सड़क पर मोबाइल का इस्तेमाल कितना जोखिम भरा हो सकता है।

बेनजो तुमने तो हमें डरा ही दिया था, तुम्हे फोन पे बातें करता देख हम उसे सच मान बैठे थे, लूसी ने चेहरे का पसीना पोंछते हुए कहा, में तो फोन पर बातें करने का सिर्फ नाटक कर रहा था, यह फोन मैंने कल नहीं बल्कि 2 साल पहले खरीदा था,

मैं बस चलाते समय कभी फोन का इस्तेमाल नहीं करता मैं जानबूझकर बस को गलत ढंग से चला रहा था तुम्हें एहसास दिलाना चाहता था कि वाहन चलाते समय फोन करना कितना खतरनाक हो सकता है।

बेंजो तो क्या हम फोन रखना बंद कर दें ”मोंटी ने पूँछा” मोबाइल तो आज की जरूरत है इसके फायदे और नुकसान दोनों है सड़क पर रेलवे ट्रैक पर या वाहन चलाते समय फोन करना खतरनाक हो सकता है जोखिम भरे फोटो या सेल्फी लेने से बचना चाहिए, बेंजो ने समझाया।

बेनजो तुमने आज हमें एक अच्छी सीख दी है, हमें समझने का तरीका जो तुमने अपनाया वह बिलकुल सही था, हम वादा करते हैं कि आज से हम मोबाइल का उपयोग सावधानी से करेंगे दूसरों को भी ऐसा करने को कहेंगे, लूसी बोली

मोंटी केपी सहित सभी ने लूसी की बातों पर सहमति जताई, कुछ देर बाद दोबारा बस लाल पहाड़ी की ओर चल पड़ी।

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