Hindi Moral Story For Kids – {हवा में उडती हुई रंगोली बच्चों की कहानियां}

Hindi Moral Story For Kids

हरितवन के राजा शेरुसिंह के शासन में सभी जानवर और पक्षी ख़ुशी , शांति से रह रहे थे वह शाम बहुत अच्छी थी, बारिश की बूंदाबांदी अभी अभी बंद हुई थी, राजा शेरुसिंह के आदेश से हरितवन के सभी निवासी नदी के किनारे इकट्ठे हुए थे।

आसमान का रंग सभी के मन को मोह रहा था, मोर ख़ुशी और उल्लास से नाचने लगे थे,नंदू मैना  सुरीले स्वर में गाने लगी थी शरारती नन्हे  बंदर अन्य छोटे बच्चों को खेलते समय परेशान कर रहे थे, जैसे ही राजा शेरुसिंह अपने सलाहकार मोटू बंदर के साथ वहाँ पहुंचे, सभी जानवर उठ खड़े हुए.

और राजा का सिर  झुकाकर स्वागत किया, बड़े बरगद के पेड़ के नीचे एक बड़े पत्थर पर राजा बैठे ”राजा शेरुसिंह ने भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा, ”हम सभी हर साल दीवाली के अवसर पर हरितवन में वार्षिकोत्सव  मनाते आ रहे हैं, हम रंगोली बनाकर उसे फूलों और लाइटिंग से जगमगा कर, तरह-तरह के खेल व नाटक दिखाकर,

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सगे सम्बन्धियों और दोस्तों के यहाँ जा कर, उन्हें मिठाइयां और उपहार भेंट कर और अंत में इन के विजेताओं को इनाम देकर दीवाली मनाते आये हैं, राजा थोड़ी देर के लिए रुके और फिर बोलना शुरू किया।

”मैंने स्वयं ही कई कार्यक्रमों को देखा था और पिछले कई सालों में आप सभी ने जो परफॉर्म किया था, उन सभी को देखा मुझे पूरा विश्वाश है कि आप सभी बहुत से इवेंट्स जैसे डांस, नाटक, संगीत, खेल और यहाँ तक की खानपान प्रतियोगिताओं का भी आनंद लेंगे।

इस साल के विजेताओं के नाम की घोषणा से पहले मेरे पास आप सभी के लिए एक बहुत बड़ा सरप्राइज है, एक ऐसा इवेंट जिसे आपने कभी देखा नहीं है या जिसकी कल्पना अपने जीवन में नहीं की होगी।

अब हम सभी अपनी प्यारी चमेली और उसकी टीम के एक खास प्रोग्राम को देखने जा रहे हैं, जल्दी ही बहुत ही खूबसूरत चमकदार रंगों वाली तितली चमेली अपनी 100 तितलियों की रंगीन टोली के साथ वहां आ गई, साथ में ड्रैगनफ्लाई भी आ गए.

वे अलग-अलग आकार में नदी के ऊपर उड़ने लगे, वे एक सुरताल ताल में सभी श्रोताओं के ऊपर उड़ने और अपने पंख फड़फड़ाने लगे, वे अलग-अलग रूपों में एक साथ उड़ते हुए हवा में खूबसूरत डिजाइन बनाने लगे।

उसके बाद चमेली ने अपनी टीम की तितलियों से उनके रंग के अनुसार अलग-अलग लाइनें बना-बना कर खड़े होने को कहा ड्रैगनफ्लाई और तितलियों ने उसके कहे अनुसार लाल, नीला ऑरेंज, पीला, सफेद, भूरा, बैंगनी और मिले-जुले रंगों की लाइनें बनाई।

धीरे-धीरे उन्होंने हवा में रंगोली बनाना शुरू किया चमक दमक वाली ख़ूबसूरत चमेली उनके बीच में थी लाल ड्रैगनफ्लाई औरतितलियों ने लाल रंगोली बनाई, इसी तरह नीला और पीला, सफेद भूरा और बैंगनी रंगोली हवा में ड्रैगनफ्लाई और तितलियों द्वारा बनाए गए अंत में सभी एक साथ हो गए।

और हवा में कई रंगों वाली एक बहुत बड़ी रंगोली बन गई चमेली के निर्देशानुसार हवा में अलग-अलग कोणों से रंगीन रंगोली मंडराने लगी सुरताल के साथ सभी भाग लेने वाले अपने पंख फड़फड़ाने लगे।

नंदू मैंने ने अपनी सुरीली आवाज में उनके मूवमेंट को अच्छी तरह बताया किसी ने भी अपने जीवन में इतनी खूबसूरत उड़नेवाली रंगोली नहीं देखी थी।

अब सूरज डूब चुका था और चारों ओर धीरे-धीरे अंधेरा फैलने लगा था उड़ने वाली रंगोली धीरे-धीरे सभी की आंखों से ओझल होने लगी थी।

लेकिन वहां पर कुछ ही मिनटों में चमेली और उसकी टीम द्वारा एक और सरप्राइज की बारी आई, ड्रैगनफ्लाई और तितलियां हवा में जगमगाते दीयों की तरह खड़ी थीं, जैसे कि झिलमिलाते सितारों की कतार हो.

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”Wow बहुत ही सुंदर राजा शेर सिंह ने हैरानी के साथ कहा” सभी ने चमेली और उसकी टीम के लिए तालियां बजाई कुछ ही मिनटों में मोटू बंदर के योजना अनुसार खरगोश और हिरणों ने सभी दिए जला दिए।

और चारों और रोशनी जगमगा उठी अचानक इंदु हंस देवी लक्ष्मी की फेन्सी पोशाक पहने वहाँ आई तेज प्रकाश की रोशनी में वह अपनी मुस्कान के साथ बहुत ही खूबसूरत दिख रही थी,

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इंदु ने कहा दीवाली प्रकाश का पर्व है, अंधेरे पर प्रकाश की जीत बुराई पर अच्छाई और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का त्यौहार है, शंभू हाथी ने सभी के बीच मिठाइयां बांटी फूलू लोमड़ और उसकी टीम ने पटाखे बाटे और जलाए।

राजा शेरूसिंह ने सभी से कहा कि कोई भी आवाज करने वाले पटाखे ना जलाए, ताकि ध्वनि प्रदूषण ना हो लेकिन प्रकाश देने वाले पटाखों को कम मात्रा में चलाने की अनुमति उन्होंने दी।

राजा शेरसिंह इसी तरह के समारोह को मनाने में विश्वास करते थे और फिजूलखर्ची में कभी भी विश्वास नहीं करते थे, क्योंकि वह तरह-तरह की कल्याणकारी योजनाओं में रुपए खर्च करने को प्राथमिकता देते थे।

नैना सिरकिन और चांदनी तोता ने वीना गौरेया और तनु कबूतर की मदद से स्वादिष्ट खाना बनाया था, जब यह घोषड़ा की गई की संभु हाथी सबसे अधिक खाना खाने वाला सबसे बड़ा पशु है।

तो यह सुनकर कोई भी अपनी हँसी नहीं रोक पाया राजा ने चमेली और उसकी टीम के परफॉरमेंस की सराहना की और उन्होंने एक बहुत ही खूबसूरत जूही के फूलों से सजी शहद की हांडी दी।

विजेताओं को इनाम बांटे गए हर एक प्रतिभागी को सम्मान हेतु गुलदस्ता दिया गया राजा ने समारोह को सफल बनाने के लिए सभी उपस्थित मेहमानों को धन्यवाद दिया।

इस तरह हरितवन के जानवरों ने प्रसन्नता और उत्साह से वार्षिकोत्सव और दिवाली मनाई हैप्पी दीपावली छोटे बच्चे एक दूसरे को बोलते हुए खुशी से यहां-वहाँ उछल कूद करते हुए दौड़ने लगे बड़े भी उनकी खुशियां देख कर मुस्कुरा उठे.

तो दोस्तों आपको ये Hindi Moral Story For Kids कैसे लगी बताना ना भूले😃

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