Bewafa Shayari in Hindi {100+} Download For Whatsapp Fb

 

 

 

 

 

 

वो जिनमें चमकते थे वफा के मोती, 

यकीन मानो वो आँखें ही बेवफा निकलीं !


चाहत हुई किसी से तो फिर बे-इन्तेहाँ हुई, 

चाहा तो चाहतों की हद से गुजर गये,

हमने खुदा से कुछ भी ना मांगा मगर उसे, 

माँगा तो सिसकियों की भी हद से गुजर गये !


आग लगी दिल में जब वो खफ़ा हुए, 

एहसास हुआ तब जब वो जुदा हुए,

करके वफ़ा वो हमे कुछ दे न सके, 

लेकिन दे गये बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।


सिर्फ चहरे की उदासी देखकर ही निकल आये थे,

उसके आंसू, दिल का आलम तो अभी उसने देखा ही नहीं था !


उसने देखा ही नहीं था कभी अपनी हथेली को गोर से,

उसमें धुंदली सी एक लकीर मेरे नाम की भी थी !

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